प्रस्तुत पुस्तक लेखकत्रयी का प्रथम प्रयास है युगानुरूप विषयवस्तु के प्रस्तुतीकरण का प्रयास, नव्यज्ञान का समायोजन, प्रश्नमालाओं का निर्माण विषय वस्तु को और अधिक बोधगम्य बनाने की दिशा में एक किंचित सा अवदान है । विविध संहिता में प्रकीर्ण रूप से प्राप्त कौमारभृत्य की विषयवस्तु को एक पृथक खण्ड के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है, काश्यप संहिता की आवश्यक विषय वस्तु को स्वतंत्र अध्याय के रूप में रखा गया है। कौमारभृत्य विषय से संबधित आर्ष ग्रंथों से संकलित श्लोकों को श्लोकावली के रूप में प्रस्तुत किया गया है तथा बालरोग विषयक आधुनिक विषयवस्तु, राष्ट्रीय कार्यक्रम, नैदानिक ज्ञान एवं सिन्ड्रोम आदि को नातिसंक्षेप नातिविस्तरेण रूप में पुस्तक समायोजित करने का प्रयास लेखकों द्वारा किया गया है। इसके अतिरिक्त रिसर्च मैथडोलोजी जिसके ज्ञान से स्नातक स्तर के छात्र प्राय: वंचित रह जाते हैं, को सरल अंग्रेजी भाषा में प्रस्तुत किया गया है। छात्रों को एक ही स्थल पर अधिक से अधिक सामग्री एवं जानकारी मिल सके, जिससे प्रतियोगी परीक्षाओं में उपयोगी सिद्ध हो सके, पुस्तक लेखन में समग्र प्रयास इस बात पर रहा है । पुस्तक लेखन में सभी ज्ञात अज्ञात सहयोगकर्त्ताओं के प्रति हृदय से नमन । मैं उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. एस. पी. मिश्रा, कुलसचिव डॉ. मृत्युंजय
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